सामाजिक समरसता की मिसाल बना NRI ब्राह्मण पिता द्वारा अपनी गोद ली गई आदिवासी बेटी का भव्य विवाह

उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले के गड़ा मेड़तिया गाँव की एक गरीब आदिवासी कन्या संगीता राणा की शादी इन दिनों सुर्खियों और चर्चा में है। यह शादी प्रवासी भारतीय अमेरिका के  केलिफ़ोर्निया के पूर्व वॉटर कमिश्नर अशोक भट्ट परम्परागत आदिवासी और आधुनिक रीति रिवाजों से करा रहें है। भट्ट अपनी माँ बनारसी बाँ गौरीशंकर भट्ट को दिए वचन को पूरा करने और अपनी गौद ली बेटी की शादी कराने को विशेष रुप से अमरीका से भारत आयें है। भट्ट की माँ ने संगीता को तीन माह की उम्र से ही पाला पौसा था और उसकी पढ़ाई लिखाई की पूरी ज़िम्मेदारी अशोक भट्ट और उनकी पत्नी हेमलता भट्ट ने पूरी की। संगीता ने नर्सिंग की पढ़ाई की है।

सविता देवी और मोहनलाल की सुपुत्री तीस वर्ष की संगीता राणा का विवाह पलसाऊ गाँव के लक्ष्मी देवी और अर्जुन कटारा के पुत्र मुकेश कटारा के साथ रविवार को डूंगरपुर जिले के सागवाडा कस्बे से बीस किमी दूर जसेला गाँव में हो रहा है जहाँ कन्यादान और मामेरा की रस्म अदायगी अशोक भट्ट स्वयं करेंगे। भट्ट ने बक़ायदा संगीता की शादी का रंगीन कार्ड छपवाया है और उसकी शादी को भव्य शाही शादी में बदलने के हर उपाय किए है यहाँ तक की आदिवासियों के परमरागत वाध्य यन्त्रों और कई प्रकार के बेंड बाजों और लाव लश्कर को जुटाने के साथ ही गाँव में उसका घोड़ी पर बिनोला जुलूस निकालने और पलसाऊ गाँव से आने वाली बारात का गर्म जोशी से स्वागत करने के पूरे प्रबंध किए है। उसकी मेहंदी की रस्म भी किसी अभिजात्य वर्ग के तौर तरीक़े से की गई है। किसी आदिवासी बालिका की इस भव्य शादी को लेकर आसपास के कई गावों में कौतूहल का माहौल हैं।

अशोक भट्ट बताते है कि इस शादी का उद्देश्य कोई शोहरत पाने की मंशा नही है बल्कि समाज को यह सन्देश देने की मंशा है कि हर समर्थ व्यक्ति को बिना जाति धर्म वर्ग रंग का भेदभाव किए बिना गरीब घरों की बेटियों विशेष कर आदिवासी घर की बेटी को एडोप्ट कर उसकी पढ़ाई लिखाई और शादी  के बन्दोबस्त कर अपनी सामाजिक उत्तरदायित्वों और जिम्मदारियों का निर्वहन करना चाहिये।

उल्लेखनीय है कि जसेला गाँव के एक गरीब ब्राह्मण के घर जन्मे अशोक भट्ट ने राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहें डूंगरपुर महारावल लक्ष्मण सिंह और उनके सचिव भट्ट कान्ति नाथ शर्मा की प्रेरणा से डूंगरपुर के उदय बिलास पेलेस में रह कर कालेज की पढ़ाई की और डूंगरपुर से अमरीका तक की ऊँची उड़ान भरी। उनका अमरीका में होटल उद्योग का बड़ा व्यवसाय है।

-गोपेंद्र नाथ भट्ट

5 टिप्‍पणियां

Xyz ने कहा…

बहुत खूब ,सामाजिक समरसता का वागड़ में अनुपम उदाहरण

बेनामी ने कहा…

भाई साहब ने समाज को एक अच्छी प्रेरणा देने का कार्य किया, धन्य हो

बेनामी ने कहा…

People with such thoughts are great.

बेनामी ने कहा…

धन के साथ मन होना चाहिए , समाज के लिए प्रेरणा । श्री का आशीर्वाद आप के परिवार पर बना रहे।
धन्यवाद
जय स्वामी नारायण।

Teaching subjects ने कहा…

Humanitarian always wins