सरकारी स्कूल, अभावों का अम्बार, फिर भी दसवी के नतीज़ों में करियाणा की परी भट्ट की ऊंची उड़ान
- जिलें में राजकीय विद्यालयों में दसवीं में उपलब्धि
- हर पायदान पर सफलता की इबारत लिखती जा रही परी..
- एन एम एम एस
स्काँलरशिप परीक्षा के बाद दसवीं बोर्ड़ परीक्षा में भी धमाका
- राजकीय उच्च
माध्यमिक विद्यालय करियाणा की छात्रा है परी भट्ट
मंजिल उन्हे मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से नही हौसलों से उड़ान मिलती है ।
इसे यथार्थ में
बदला है एक छोटे से गाँव करियाणा की परी भट्ट ने । राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय
करियाणा की इस छात्रा ने अपनी मेहनत के बूतें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड़ राजस्थान
अजमेर द्वारा आयोजित माध्यमिक परीक्षा 2022
में राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत् रहते बड़ा धमाका किया है । परी
ने 95.33 प्रतिशत अंक अर्जित कर दिखा दिया की जब हौसले बुलंद
हो तो कोई भी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। परिवार में पिता हंसमुख भट्ट पेशे से छोटे
व्यापारी है जबकि माँ ममता गृहिणी है तथा उनके दो भाई है ।
एक छोटे से गाँव
के अभावों में आगे बढ़ रहे उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों व संसाधनों की कमी
भी परी की सफलता में बाधा नही बन सकी । विभागीय स्माइल 2.0 कार्यक्रम के अन्तर्गत पाठ्य सामग्री का लगातार
अध्ययन करना तथा इसमें दिये गए लिंक से विड़ियों देखकर पढ़ाई कर नोट्स बनाना परी की
दिनचर्या का अहम् हिस्सा था । साधारण परिवार में पली परी ने अभावों को अवसर में
बदलने में कभी कोई कमी नही रखी । ' जहाँ चाह, वहाँ राह ' को भी परी ने चरितार्थ किया । नेशनल
मीन्स कम मेरिट स्कालरशिप ( एनएमएमएस ) परीक्षा में सफलता पाकर कक्षा 9 से 12 तक प्रत्येक माह एक हजार रू छात्रवृत्ति
प्राप्त करने वाली छात्रा परी ने विज्ञान माँड़ल प्रदर्शन में भी झंड़े गाड़ते हुएं
इंस्पायर्ड एवार्ड़ की भी हकदार बन चूकी है ।
परी ने इस वर्ष
दसवीं बोर्ड़ में गणित में 100 में
से 100 अंक प्राप्त किए है वही सभी विषयों में 90 या अधिक अंक प्राप्त कर विशेष योग्यता भी अर्जित कर सरकारी विद्यालयों में
सफलता की एक नई इबारत लिख दी है । शत् प्रतिशत प्राप्तांक अर्जित करने में परी
मात्र 28 अंकों से पीछे छूट गई । परी 10 वीं में रह गई कुछ कमी को 12 वीं में पूरा करने को
दृढ़संकल्पित है । विज्ञान - गणित में विशेष रूचि रखने वाली परी आगे शिक्षिका बन
समाज और देश की सेवा कर कर मुख्य धारा से पीछे रह चूके बालकों को आगे लाना चाहती
है ।
प्रधानाचार्य राजेन्द्र पंचाल ने परी की इस ऐतिहासिक सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि परी अनुशासित, नियमित तथा दृढ़ संकल्प व सर्व गुण सम्पन्न बालिका है । इस बालिका ने अभावों को अवसर में बदलते हुएं अन्य विद्यार्थियों के लिएं प्रेरणादायक व अनुकरणीय कार्य किया है । परी ने अपना नाम सार्थक किया है ।
परी के साथ
विद्यालय की अंशिका गामोट 92.17 और
चांदनी 91.50 ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अंक प्राप्त
किए और विद्यालय के उच्च माध्यमिक कक्षाओं का 100% एवम्
माध्यमिक कक्षाओं 91% का उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम रहा जिसके
लिए विद्यालय स्टाफ, ग्रामीणों व अभिभावकों का योगदान और
सहयोग प्रशंसनीय है ।
- ऋचा भावेश भट्ट
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