केमिकल के ख़िलाफ़ मुहीम: अब 'मेड इन वागड़' ऑर्गेनिक गोनाइल !!

कब तक हम केमिकल से बने फिनाइल से अपने हाथो पर अत्याचार करते रहेंगे? इसी का ज़वाब ढूंढा है वागड़ की लोकप्रिय गौशाला ने ! श्री राधाकृष्ण गौशाला वमासा के पवित्र गौमूत्र से फ्लोर क्लीनर गोनाइल बनाकर अनूठी पेशकश की है !! 
वमासा की श्रीराधाकृष्ण गौशाला द्वारा गोअर्क से निर्मित गोनाइल 
गौशाला के सँयोजक वीरेंद्र सिंह पंवार बताते हैं कि, इससे न केवल लोगो को हानिकारक केमिकल्स वाले फिनाइल से मुक्ति मिलेगी, बल्कि विशुद्ध जैविक समाधान भी मिलेगा। साथ ही गौमाता की सेवा के अभियान से जुड़ने का मौका भी। क्योंकि मात्र नारे लगाने से गौमाता की रक्षा नहीं होगी।

गौरतलब है कि गाय का दूध और गोबर ही नहीं, गोमूत्र भी कई औषधीय गुणो से भरा होता है. और देश-विदेश में कई अनुसंधानो से इसकी उपयोगिता भी सिद्ध हुई है. इसी वज़ह से गोमूत्र आधारित  खाद, कीटनाशक, धूप बत्ती आदि उत्पाद अपनी धूम मचा रहे हैं. वमासा की इस गौशाला की यह छोटी सी पहल हमारे स्वास्थ्य पर बेहतर असर डालेगी।

गौशाला के कोषाध्यक्ष अशोक मेहता के अनुसार इस गोनाइल की खास खूबियां है:

  • यह एलर्जी अवरोधक, कीटनाशक व प्राकृतिक निस्संक्रामक गोनाइल मतलब Anti Allergic Anti Bectarial Organic Product है।
  • गोनाइल पवित्र गौमुत्र अर्क, नीलगिरि तेल, पाइन तेल, लेमन ग्रास एवं एंटी बैक्टीरियल जड़ी बूटियों से बनाया गया हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि, यह गैर- लाभकारी प्रयास है और इस उत्पाद से अर्जित आय को गोसेवा और संवर्धन के साथ ही अनुसंधान में खर्च किया जाएगा.

गौशाला सँरक्षक वेलचंदभाई पाटिदार ने बताया कि यह गोनाइल हमारा पहला कमर्शियल उत्पाद है. आगे गो अर्क,  धूपबत्ती,  वर्मी  कम्पोस्ट,  और कीट नियंत्रक उत्पाद भी बनाएँ जाएंगे, जो कि सब केमिकल- मुक्त और जैविक होंगे.  सँरक्षक नानुराम पटेल का मानना है कि इस तरह से गौशाला संचालन हेतु धन भी जुटेगा और जन सामान्य का स्वास्थ्य भी बढ़िया रहेगा. अध्यक्ष चिमन पटेल के अनुसार फिलहाल हर महीने 1000 लीटर गोनाइल बनाने की क्षमता है. जो आवश्यकता अनुसार बढ़ाई जा सकती है और  यह वागड़ के  सभी आयुर्वेदिक/मेडिकल दुकानो पे उपलब्ध कराया जाएगा.

गौसेवा शुल्क-50 रुपया प्रति लीटर
गोनाइल 1 लीटर, 5 लीटर, 10 लीटर, 15 लीटर के बोतल/केन में उपलब्ध हैं.
सम्पर्क-9950527327
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आलेख व चित्र: जितेंद्र जवाहर दवे

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