चुनाव में वागड़ का सबसे हिट उम्मीदवार है गोटिया !


बांसवाड़ा के गोटियो ने वागड़ में मचाई धूम ! बड़े लुभावने हैं इसके वादे और इरादे !  



वागड़ समेत पूरे राजस्थान में चुनावी सरगर्मी ज़ोरो पर है. कई उम्मीदवार अपने प्रचार-प्रसार में एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं. इस बीच एक और बंदा छाया हुआ है वागड़ धरा का गोटिया! आख़िर कौन है गोटिया? कहाँ का  है गोटिया? उसके मुद्दे क्या हैं?  कौन हैं गोटिया के माई-बाप? आइए जानते हैं गोटिया की कहानी..


मनोवैज्ञानिको का मानना है कि, अगर बात को रोचक अंदाज़ मे कहा जाए तो बस अपना अलग ही असर छोड़ती है. शायद जनसंचार के इस मर्म को बांसवाड़ा ज़िला प्रशासन और अधिकारी बख़ूबी जानते हैं.


विधानसभा चुनावों में मतदाता जागरुकता  के लिए प्रदेशभर में हो रहे नवाचारों के बीच बांसवाड़ा में जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) भगवती प्रसाद की पहल पर जन्में कार्टून करेक्टर गोटियो इन दिनों सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों पर धूम मचा रहा है।


वागड़ी बोली में प्रारंभ की गई ए हामरोश्रृंखला में मतदाताओं को दिए जा रहे संदेशों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बनाया गया यह कार्टून करेक्टर अब दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंच गया है और अलग-अलग रूपों में मतदाताओं को बड़ा लुभा रहा है।  


जनजाति अंचल बांसवाड़ा में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं अधिकाधिक संख्या में मतदान के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से यह गोटियो करेक्टर विविध प्रकार से स्थानीय वागड़ी बोली में मतदाताओं को अनिवार्य व प्रलोभन-मुक्त मतदान, वीवीपेट संचालन की प्रक्रिया के साथ अधिकाधिक मतदान के संदेशों को आकर्षक अंदाज में प्रतिध्वनित कर रहा है।


अब बात करते हैं इसके माई-बाप की ! इस कार्टून करेक्टर का निर्माण सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निर्देशन में शहर के युवा कार्टूनिस्ट आशीष शर्मा ने डिज़ाईन किया है।  


उल्लेखनीय है कि वागड़ी बोली में गोटियोका अर्थ दोस्त होता है। इस नाम को चुनने का उद्देश्य भी लोगों को एक दोस्त की भांति भले-बुरे की जानकारी देते हुए संदेश देना है। 

अब तक कई विषयों पर प्रस्तुति: 
अब तक इस कार्टून करेक्टर के जरिये मतदान की अपील के साथ ही निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े कई विषयों पर आकर्षक प्रस्तुति दी गई है। इसके तहत इस कार्टून ने सी-विजील एप, सुगम मतदान की थीम
दिवाली व तीज त्यौहारों जैसा लोकतंत्र का उत्सव, शादी-ब्याह से पहले मतदान, वीवीपेट से मतदान, सोशल मीडिया पर लोकतंत्र के माहौल, मतदान में सैल्फी का क्रेज, लोकतंत्र का मेला, दिव्यांगों के लिए सुगम मतदान और मतदान सबका अधिकार आदि विषयों पर लोगों को आकर्षक अंदाज में संदेश दिया है, जिसे लोगों ने बड़ा सराहा है।  

~ जितेंद्र जवाहर दवे

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