प्रवासी परिंदों से मनमोहक हुआ मेनार



उदयपुर, 05 नवंबर/सर्दियों की दस्तक के साथ ही जिले के विभिन्न जलाशयों पर प्रवासी परिंदों का जमावड़ा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। शहर से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित परिंदों का स्वर्ग माने जाने वाले मेनार तालाब पर ही पांच हजार से अधिक प्रवासी पक्षी जुट चुके हैं और दिनों-दिन यह संख्या बढ़ रही है। 
इस तालाब पर इन दिनों मध्य यूरोप,साईबेरियामध्य एशियामंगोलियातंजानियारशिया से आने वाले प्रवासी पक्षी हजारों की संख्या में देखे जा सकते हैं। इन पक्षियों को देखने के लिए इन दिनों बर्डवॉचर्स जुट रहे हैं। जिले के ख्यातनाम पक्षी विशेषज्ञ विनय दवे के अनुसार इस तालाब पर पांच सौ से अधिक की संख्या मंग्रे लेग गूज देखे जा सकते है वहीं यहां पर बार हेडेड गूजब्राह्मणी डकविजनकॉमन पोचार्डशॉवलरगेडवालटफटेल पोचार्डकॉमन टीलब्लेक टेल गॉडविटमार्श हेरियरकॉमन क्रेनरेड शेंकसेण्ड पाईपरविस्कर्ड टर्नसी गलरिंग प्लॉवरप्रोटोनकॉल सहित कई अन्य प्रजातियों के स्थानीय पक्षी भी देखे जा सकते हैं। 
राजहंस के नाम से प्रसिद्ध गुजरात के कच्छ रण में प्रजनन करने वाले फ्लेमिंगों पक्षी के साथ सात समंदर पार कर आने वाले प्रवासी पक्षियों की मेनार तालाब में जलक्रीडा के इस दृश्य को बांसवाड़ा के जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक और पक्षीप्रेमी कमलेश शर्मा ने रविवार को क्लिक किया है।

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